Best love shayari, romantic poetry for couples कोई नाराज़ है।
फीकी - फीकी सी है ये महफ़िल
सूना -सूना हर साज़ है
लगता है कोई नाराज़ है।
पूनम का चाँद बुझा - बुझा सा है
शब् सर्द काली आज है
लगता है कोई नाराज़ है।
लब ख़ामोश , आँखें भी खफा हैं
दिल में कुछ गहरे राज़ हैं
लगता है कोई नाराज़ है।
ज़र्द चेहरा, लफ्ज़ो में बेरुखी सी है
बिगड़ा हुआ सा हर अंदाज़ है
लगता है कोई नाराज़ है।
थमने लगी हैं मेरी भी सांसें
धड़कनो का राग बेसाज़ है
लगता है कोई नाराज़ है।
लब ख़ामोश , आँखें भी खफा हैं
दिल में कुछ गहरे राज़ हैं
लगता है कोई नाराज़ है।
ज़र्द चेहरा, लफ्ज़ो में बेरुखी सी है
बिगड़ा हुआ सा हर अंदाज़ है
लगता है कोई नाराज़ है।
थमने लगी हैं मेरी भी सांसें
धड़कनो का राग बेसाज़ है
लगता है कोई नाराज़ है।
Madhuryaa

Lovely poetry
ReplyDeleteAmazing 😚
ReplyDeleteReally nice poetry
ReplyDeleteGreat..
ReplyDeleteNice
ReplyDelete