Beautiful love shayari for husband/boyfriendआईना मंगवा दो।
मैंने लिखे नज़्म तेरी यादों में ,इसलिए नहीं की तुम बस पढ़कर मुस्कुरा दो। दिल की स्याही में अरमानो की कलम डुबोकर इश्क लिखा है कभी तुम भी मिजाज़ से गुनगुना दो। न जाओ यूँ छोड़कर, रुक जाओ, आओ बैठो ज़रा दो पल को, अब रहने भी दो, ये नाराज़गी भुला दो। चलो मान लिया मैं ही गलत हूँ, यूँ रूठो मत, मत इतनी सजा दो। अच्छा छोडो ये नज़्म -वज़्म की बातें , चलो तुम दिल का हाल ही सुना दो। मैं बैठी रहूं दिन भर, रात भर सामने, सजूं - सँवरू, निखरूं इतराऊं अजी सुनो अपने अक्स का इक आईना मँगवा दो।। Madhuryaa