Best romantic shayari दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते में दीदार ज़रूरी तो नहीं हो ज़ुबा से इज़हार ज़रूरी तो नहीं इश्क सच्चा हो अगर तो दिल से दिल तक आवाज़ पहुँच ही जाती है लिखी जाए कोइ चिट्ठी या तार ज़रूरी तो नहीं। उनकी गलियों में रोज़ जाना ज़रूरी तो नहीं उनका छज्जे पे मुस्कुराना ज़रूरी तो नहीं दिख जाते हैं वो चौराहे की हाट में तो पूरा हफ्ता खुशनुमा गुज़र जाता है हों उनसे रोज़ आँखें चार ज़रूरी तो नहीं। हर चाह को राह ज़रूरी तो नहीं और प्यार को ब्याह ज़रूरी तो नहीं बंध जाती है कोई रूह जब किसी रूह से तो रिश्ते रूहानी बन जाते हैं जिस्मों का बंधन रस्मों की परवाह ज़रूरी तो नहीं। Madhuryaa