Best romantic shayari दिल के रिश्ते
हो ज़ुबा से इज़हार ज़रूरी तो नहीं
इश्क सच्चा हो अगर तो दिल से दिल
तक आवाज़ पहुँच ही जाती है
लिखी जाए कोइ चिट्ठी या तार ज़रूरी तो नहीं।
उनकी गलियों में रोज़ जाना ज़रूरी तो नहीं
उनका छज्जे पे मुस्कुराना ज़रूरी तो नहीं
दिख जाते हैं वो चौराहे की हाट में
तो पूरा हफ्ता खुशनुमा गुज़र जाता है
हों उनसे रोज़ आँखें चार ज़रूरी तो नहीं।
हर चाह को राह ज़रूरी तो नहीं
और प्यार को ब्याह ज़रूरी तो नहीं
बंध जाती है कोई रूह जब किसी रूह से
तो रिश्ते रूहानी बन जाते हैं
जिस्मों का बंधन रस्मों की परवाह ज़रूरी तो नहीं।
Madhuryaa
Very beautifil
ReplyDeleteVery beautiful
ReplyDeleteWow such nice
ReplyDeletetanks dear
Deleteबहोत बेहतरीन मेम । गज़ब की शायरी लिखी है ।
ReplyDeleteहर लाइन में 1 अलग एहसास है
Wow nice ma'am
ReplyDeleteBeautiful ❤️
ReplyDeleteVery nice Mam
ReplyDeleteVery nice Mam
ReplyDeleteGazab..........
ReplyDeleteIt's very good to read your lines, very meaningful and convincing. Keep it up always. Best of luck
ReplyDeleteBahut achcha likha hai
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